रविवार, 26 जुलाई 2009

अब अगर आप कभी अमेरिका के टेक्सास राज्य गए तो वहां की राजधानी होस्टन में आपको पटना के महावीर मंदिर का दर्शन होगा । चौंकिए मत , ऐसा इसलिए होगा क्योंकि अमेरिका में बनने वाले पहला हनुमान मंदिर ठीक पटना के महावीर मंदिर की तरह ही होगा । इसके लिए दोनों देशों के मंदिर समिति के लोग एक दूसरे के संपर्क में है ।

अमेरिका के टेक्सास राज्य में रहने वाले बिहार या आस पास के प्रांत के लोग पटना के महावीर मंदिर की तरह ही एक मंदिर होस्टन में बनाने में जुटे है । टेक्सास में वैसे तो लाखों भारतीय रहते है लेकिन बिहार और इसके आस पास के लोगों की संख्या भी करीब एक लाख के है । नार्थ अमेरिका मंदिर निर्माण समिति से महावीर मंदिर समिति को आए पत्र के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए करीब दस करोड रु0 खर्च किए जाने की योजना है जिसके लिए पटना से मंदिर से जुडे कई लोग होस्टन भी जाएंगे ।

पटना जंक्शन के ठीक सामने का स्थित यह मंदिर करीब तीन सौ साल पुराना है और 1983 से 1985 के बीच इस मंदिर को नया रुप दिया गया । भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत अधिकारी किशोर कुणाल की इसमें अहम भूमिका रही है । किशोर कुणाल कहते है कि अमेरिका में वैसे तो कई मंदिरों में हनुमान जी की मुर्ति है लेकिन यह पहला मंदिर होगा जो सिर्फ हनुमान जी के लिए बनेगा । दूसरी तरफ अमेरिका के मंदिर निर्माण समिति ने पटना के ही महावीर मंदिर से पुजारी की भी मांग की है जिससे पटना के पुजारी अमेरिका की यात्रा की बात सुनकर उत्साहित है ।


सनातन धर्म को वैसे तो दुनिया भर में सम्मान की नजरों से देखा जाता है लेकिन धर्मांवलंबियों के विश्वास है कि मंदिरों के विस्तार से अनुयायियों खुश होंगे ही साथ ही अपनी संस्कृति की रक्षा भी हो सकेगी ।
बिहार पुलिस को एक बार फिर झटका लगा , छ मामलों में फ़रार को पकड़ने में पुलिस नाकामयाब रही । रोहतास के चार और भोजपुर के दो मामलों में आरोपी हुल्लास पांडे की तलाश पुलिस को लंबे समय से थी । लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पायी अलबत्ता निर्दलीय के तौर पर विधान परिषद चुनाव जीते हुल्लास पांडे ने पुलिस के समक्ष उस समय आत्म सर्मपण किया जब वे परिषद में सदस्यता ग्रहण करने आये थे ।

आप है हुल्लास पांडे , अब किसी परिचय के मोहताज नहीं । परिचय एक कि आप सुनीप पांडेय के भाई है , सुनील पांडेय जो दर्जनों मामलों के आरोपी है और पीरो से जद यू के विधायक है . अभी भी एक मामले में सलाखों के पीछे ही है । दूसरा आप पर कई आपराधिक मामले दर्ज है और आपकी छवि एक बाहुबलि की है । रंगदारी , अपहरण , हत्या और हत्या के प्रयास के अलावा आमर्स एक्ट के कई मामले इनके शान को बढाते है । वैसे अब तो साहब खुद माननीय हो गए है चूंकि भुमिगत रहकर ही भोजपुर - बक्सर विधान परिषद सीट से निर्दलीय चुनाव जीते है । वह भी तब , जब पुलिस को उनकी तलाश छ मामलों में थी , जिनमें चार हत्या और दो हत्या के प्रयास के साथ आमर्स एक्ट से जुडा है । बहरहाल विधान परिषद का चुनाव जीतकर आने के बाद इनका एन डी ए के नेताओँ ने गर्मजोशी से स्वागत किया । स्वागत भी उन्हीं लोगों ने किया जिनके दल के उम्मीदवार को हुल्लास पांडेय बुरी तरह से हरा कर आये थे ।

पुलिस को हुल्लास के पटना आने की सूचना कई दिनों से थी इसलिए विधान मंडल के पास सुरक्षा बढा दिया गया था ताकि नजर आते ही पुलिस इन्हें दबोच सके । लेकिन हुल्लास न सिर्फ आये बल्कि अपने कई समर्थकों के साथ आये और पुलिस ने या उन्हें पहचाना नहीं । और अगर पहचाना तो नहीं पहचानने का नाटक बहुत देर तक किया । जब हुल्लास सदन में सदस्यता ले चुके और ठंडा घर में आराम कर चुके तो दोपहर में उन्होंने आराम से अपने आपको कानून के हवाले कर दिया , इस भरोसे के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही उनके नेता है औऱ कानून पर उन्हें पूरा भरोसा है । मुख्यमंत्री भी इस मामले पर कानून को अपना काम करने देने की बात करते हुए मामले को टाल गए ।


बहरहाल हुल्लास पांडेय पहले और आखिरी आरोपी नहीं है जिन्होंने पुलिस के साथ लुका छिपी खेल खेला या फिर पुलिस ने इन्हें खेलने दिया । चुंकि पुरानी कहावत है जब सईंया भईले कोतवाल तो डर काहे का ।

बुधवार, 15 जुलाई 2009

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर , बिहार में राजग विधायकों ने राजभवन मार्च किया । वैसे मार्च सिर्फ बातों में ही रहा क्योंकि सभी विधायक मार्च सिर्फ नाम का किए , विधानसभा में फोटो खिंचवाया और अपनी अपनी गाडी से राजभवन आए फिर मार्च के लिए एकजुट हुए और दावा किया कि पैदल मार्च किए । इंतहा यह कि बिहार सरकार विशेष राज्य के दर्जा के लिए लालयित जरुर रहती है लेकिन एक भी मंत्री इस तथाकथित मार्च में शामिल नहीं हुए ।